भारत बंद के दौरान पांच की मौत, तीन जिलों में कर्फ्यू लगा

561 By 7newsindia.in Mon, Apr 2nd 2018 / 22:41:18 कानून-अपराध     

सर्वेश त्यागी
ग्वालियर। 6एससी/एसटी एक्ट में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के दौरान प्रदेश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए।
हिंसा में ग्वालियर में दो,मुरैना में एक और भिण्ड में एक और डबरा में एक की मौत हो गई। अब तक पांच लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
बताया जा रहा है कि ग्वालियर में एससी-एसटी समुदाय के लोगों के बीच हुई फायरिंग के दौरान दो युवकों को गोली लगी। इसके साथ ही ग्वालियर, भिंड और मुरैना में हिंसा के दौरान दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इन जिलों में बंद के दौरान जमकर पथराव और तोडफ़ोड़ की गई। मुरैना में जहां ट्रेनों को रोका गया और नेशनल हाइवे जाम कर दिए गए। भिंड में नेशनल हाइवे जाम कर वाहनों के शीशे तोड़ दिए। इतना ही नहीं पुलिस को कुछ जगहों पर उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए, लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और यहां तक की हवाई फायरिंग करनी पड़ी है।
इतना ही नहीं मुरैना भिण्ड और ग्वालियर में धारा १४४ के साथ ही पूरे शहर में कप्र्यू लगा दिया गया है।
ग्वालियर चंबर में हादसे के चलते भिण्ड मुरैना और ग्वालियर के मुरार, थाटीपुर, लहार, गोहद, मेहगांव सहित कई स्थानों पर कफ्र्यू लगा दिया गया है। भिंड में बंद समर्थक और विरोधियों के बीच जमकर टकराव हुआ फायरिंग और पथराव के बाद पूरे जिले मे हिंसक प्रदर्शन हुए है. इसके बाद जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है
ग्वालियर चम्बल सम्भाग में हिंसक हुए प्रदर्शनकारी। ग्वालियर शहर में बंद के समर्थन में सोमवार सुबह से ही हजारों लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए। इस दौरान गोला का मन्दिर इलाके में प्रदर्शन हिंसक हो उठा। यहां कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। कई दुकानों और पेट्रोल पंप में भी तोडफ़ोड़ की गई। हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि मौके पर पहुंचे पुलिस बल पर भी उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। मुरैना में हुई हिंसक झड़पों में किशनपुर के सरपंच बलदाऊ पाठक के बेटे बेटू पाठक की मौत हो गई है। प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए पुलिस को बल प्रयोग के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने किसी तरह प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा तो मुरैना रेलवे स्टेशन पर उपद्रव शुरू हो गया। बंद समर्थकों ने यहां पटरियों पर डेरा जमा लिया, जिसके बाद ट्रेनों की आवाजाही थम गई है। 
भिंड में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। यहां भीम सेना और बजरंग दल के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। दोनों दलों के समर्थकों के बीच जमकर पथराव हुआ। उग्र होते प्रदर्शन को काबू में करने के लिए पुलिस को गोलियां दागनी पड़ीं, इससे पांच लोगों के घायल होने की सूचना है। यह है सुप्रीम कोर्ट का फैसला एससी-एसटी एक्ट में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया था। फैसले में बताया था कि आरोपों पर तुरंत गिरफ्तारी नहीं की जाएगी।पहले आरोपों की जांच जरूरी।करने के बाद ही केस दर्ज होगा। बड़े स्तर के अधिकारी करेंगे आरोपों की जांच।गिरफ्तारी से पहले जमानत संभव।अग्रिम जमानत भी मिल सकेगी। सीनियर अफसर की इजाज़त के बाद ही सरकारी अधिकारियों की गिरफ्तारी होगी।

 

 

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