समाज के रियल हीरो हैं संजय

707 By 7newsindia.in Tue, Apr 17th 2018 / 18:39:37 बिहार     

सौरभ कुमार , संवाददाता
गया: वैसे तो हम अपने आस-पास कई ऐसे लोगों को देखते हैं जो धर्म-कर्म के काफी काम करते हैं। कोई मंदिर-मस्जिद-गुरूद्वारे या गिरिजाघर में दान करता है तो कोई गरीबों को दान देता है। कहते हैं कि किसी काम को करने के लिए पैसे की नहीं हौंसले की जरूरत होती है, ये बात बिहार के गया शहर के जी बी रोड के रहने वाले संजय कुमार चंद्रवंशी पर सटीक बैठती है। वो खुद एक चाय की दुकान चलाते हैं लेकिन इसके साथ-साथ वो रोज 50 से ज्यादा लोगों को खाना भी खिला रहे हैं। ये खाना वो एकदम फ्री खिलाते हैं, ये काम वो बीते 35 साल से कर रहे हैं। उनका एक ही मकसद है कि कोई भूखा ना रहे। इस काम में वो अकेले ही हैं। गया शहर में संजय कुमार चंद्रवंशी गरीबों के बीच जाना-पहचाना नाम है। संजय का कहना है कि ईश्वर की मदद से ही वो ये सब कर पा रहे हैं, उनके यहां जितने भी लोग आते हैं सभी का पेट ऊपरवाला भरता है। निःस्वार्थ भाव से झुग्गी बस्तियों के बच्चों, बेसहारा बुजुर्गों और मरीजों के बीच जाकर उन्हें फ्री में खाना खिलाने वाले संजय आज किसी पहचान के मोहताज़ नहीं हैं। उनके द्धारा कराये गए भोजन से विक्षिप्त, पागल, भिखारी, मजदूर तबके के लोग अपना पेट भरकर दिल से दुआएं देते हैं। संजय बताते है कि उनकी जिंदगी में ऐसे कई मौके आए जब गरीबों को फ्री खाना बांटने में आर्थिक तंगी सामने आ गई, लेकिन वे कभी पीछे नहीं हटे और हर बार इसके लिए पैसा जुटाने के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया।  इस काम में संजय का पूरा परिवार उनका साथ देता है। संजय ने बताया, 'मैं अक्सर भूखे बच्चों को सड़क किनारे भीख मांगते देखता था, तभी मैंने फैसला किया कि इन्हें पैसे देने से अच्छा है कि इन्हें खाना दिया जाए। दरअसल संजय न जाने , कितने लोगों के भूखे पेट का सहारा बन गए हैं। ऐसे लोग ही हमारे समाज के रियल हीरो हैं। संजय कहते है कि इंसान का दिल इतना नरम होता है कि वह दूसरे के दुःख से दुःखी हो जाता है, लेकिन दूसरे के दुःख से सिर्फ दुःखी न होना बल्कि उसे खत्म करने के लिए कुछ ऐसा कर दिखाना जो लोगों के लिए मिसाल बन जाए। मेरे दिल में भी कुछ ऐसा ही हुआ और मैंने कुछ करने की ठानी।

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