ऐसा था खरीदी का पहले दिन, कई केंद्रों में भीगता रहा सैंकड़ों क्विंटल धान

560 By 7newsindia.in Sat, Nov 18th 2017 / 10:46:56 छत्तीसगढ़     

रायपुर।प्रदेश में बुधवार से धान खरीदी शुरू हो गई। सरकार ने इस साल 70 लाख मिट्रिक टन खरीदी का लक्ष्य तय किया है। 15.79 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है, इनसे प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान खरीदी जाएगी। खरीदी के पहले ही दिन छापा मारकर डुमरिया-सोनहत मार्ग तथा केल्हारी-जनकपुर मार्ग पर 3 सौ क्विंटल से अधिक धान जब्त किया गया। इसके साथ ही 5 वाहनों को राजसात करने की कार्रवाई शुरू की गई है। क्योंकि, राइस मिलर्स व ट्रेडर्स द्वारा खरीदी शुरू होने के पहले ही समर्थन मूल्य पर धान बेचे जाने की जानकारी प्रशासन को मिली थी। भास्कर ने जब खरीदी की प्रदेश में ग्राउंड रिपोर्ट की तो पता चला कि कांकेर में खरीदी को लेकर असमंजस की स्थिति रही। महासमुंद में धान रखा गया।

धमतरी में तो किसानों को बारदाना भी फटा हुआ मिला। वहीं, जांजगीर-चांपा में समिति प्रबंधकों ने किया खरीदी का बहिष्कार किया जिसकी वजह से 13 केंद्रों पर धान खरीदी नहीं हुई। कई केंद्र ऐसे हैं जहां किसान धान लेकर आए ही नहीं, क्योंकि अभी उन्होंने फसल न पकने के कारण कटाई नहीं की है।

जांजगीर-चांपा|समिति प्रबंधकों ने किया बहिष्कार

जिले के 13 समिति प्रबंधकों ने पहले ही दिन खरीदी करने के लिए 215 किसानों को टोकन दिया था। इन किसानों से 5 हजार 411 क्विंटल धान पहले ही दिन खरीदा जाना था लेकिन जांजगीर-चांपा जिला के समिति प्रभारियों ने धान खरीदी का बहिष्कार कर दिया।

दुर्ग: 18 केंद्रों में एक दाना धान नहीं खरीदा

59 समितियों के 77 केंद्रों में से 18 केंद्र ऐसे रहे, जहां खरीदी नहीं हुई। एक भी किसान केंद्रों आया। क्योंकि, अल्प वर्षा के कारण कुछ किसानों की खेती जहां प्रभावित हो गई है, धान अब तक नहीं पक सकी है।

जशपुरनगर: पुरानी पद्धति से शुरू हुई धान खरीदी

जिले में बुधवार से पुरानी पद्धति से ही कागज के टोकन देकर समर्थन मूल्य में धान की खरीदी शुरू की गई। 17 समितियों और 8 उपकेंद्रों को मिलाकर 25 उपार्जन केंद्रों में खरीदी की जाएगी। पत्थलगांव के सहकारी समिति में बारिश के बावजूद 8 किसानों ने करीब 350 क्विंटल से अधिक धान की बिक्री की।

कुनकुरी: किसानों की फसल अभी भी खेतों में

खरीदी केंद्र पर एक भी किसान धान लेकर नहीं पहुंचा। अभी अधिकांश किसानों के खेतों में या तो कटाई जारी है अथवा कटा हुआ धान खेतों में पड़ा है। हल्के बादल और हल्की फुहार ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।

सक्ती: किसानों की अभी शुरू ही नहीं की धान कटाई

सोसायटी में कोई किसान धान बेचने नहीं पहुंचा। क्योंकि, क्षेत्र में अभी धान की फसल तैयार नहीं हुई है। ग्राम पोरथा के किसान एलपी राठौर के अनुसार क्षेत्र में किसानों को सहेजने में अभी कम से कम सप्ताहभर और लगेगा।

अकलतरा: अनिश्चितकालीन हड़ताल का बोर्ड लगा

खरीदी के लिए 17 केंद्र बनाए गए हैं। खरीदी प्रभारियों के हड़ताल पर जाने से बुधवार को केन्द्रों वीरान रहे। केन्द्रों पर 15 नवम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का बोर्ड भी लगाया गया है।

कांकेर: मंडी के बजाय लैम्पस में खरीदी

यहां सामंजस्य नहीं था। खाद्य विभाग आखिरी तक कहता रहा खरीदी मंडी में होगी, जबकि तैयारियां सिंगारभाट स्थित लैम्पस परिसर में होती रही। लैम्पस में 12 किसानों से 587.6 क्विंटल धान खरीदा गया।

महासमुंद: 36 केंद्रों पर बिछाया भूसा

जिले के 122 में से 72 केंद्रों में 50 हजार 454 क्विंटल खरीदी हुई। सिर्फ 45 केंद्रों में गोदाम है, शेष केन्द्रों में धान खुले में रहता है। 36 केन्द्रों में प्लेटफार्म न होने से जमीन पर भूसा बिछाकर धान का फड़ लगाया जा रहा है।

धमतरी: किसानों को नहीं मिला तिरपाल

नगरी ब्लाॅक के सेमरा सोसायटी में फटा बारदाना दिए जाने की शिकायत हुई। कुल 81 सोसायटियों में ही धान पहुंचा। बादल छाए रहने के कारण तौल से पहले किसानों ने तिरपाल मांगा तो उन्हें नहीं मिला।

बुधवार को कई जगह हुई हल्की बारिश, आज भी हो सकती है

बंगाल की खाड़ी और आसपास मजबूत हुए दाब के असर से प्रदेश में घने बादल छाए हुए हैं। इसी वजह से के असर से बुधवार को प्रदेश में कई जगह हल्की बारिश हुई। बादल गुरुवार को भी छाए रहेंगे, हल्की बारिश हो सकती है।’’

-प्रकाश खरे, मौसम विभाग के डायरेक्टर

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