राहुल बने ब्राह्मण, शोसल मीडिया में मचा बबाल

760 By 7newsindia.in Wed, Nov 28th 2018 / 23:14:25 मध्य प्रदेश     

 

 
सीधी,
 
राजस्‍थान चुनाव प्रचार के दौरान पुष्‍कर के मंदिर में राहुल गांधी ने खुद को कौल ब्राह्मण बताते हुए अपना गोत्र दत्‍तात्रेय बताया. उनके इस दावे के साथ ही सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया है. कई लोगों ने सवालिया लहजे में पूछा कि क्‍या दत्‍तात्रेय वाकई कोई गोत्र होता है? ऐसा इसलिए क्‍योंकि हिंदू वंशावली परंपरा में दत्‍तात्रेय गोत्र का उल्‍लेख प्रत्‍यक्ष तौर पर नहीं मिलता. इस संदर्भ में आइए गोत्र, भगवान दत्‍तात्रेय और कौल ब्राह्मण की उत्‍पत्ति पर एक नजर डालते हैं:
 
हिंदू धर्म में परंपरागत रूप से गोत्र व्‍यवस्‍था ब्राह्मणीय प्रकृति और पितृसत्‍तात्‍मक परंपरा को मान्‍यता देती है. इस कारण किसी भी व्‍यक्ति के गोत्र का निर्धारण पिता के आधार पर होता है.
 
गोत्र
गोत्र संस्‍कृत भाषा का शब्‍द है और इसका अर्थ है-वंशावली (Lineage). हिंदू धर्म में पिता के आधार पर पुत्र को गोत्र मिलता है. हिंदू धर्म में वंशावली सप्‍तऋषि परंपरा से जुड़ी हुई है. मोटेतौर पर सप्‍तऋषियों के आधार पर हिंदुओं की वंशावली प्रारंभ हुई. जैमिनीय ब्राह्मण के अनुसार मूल रूप से सात नाम हैं- अगस्‍त्‍य, अत्रि, भारद्वाज, गौतम, जमदाग्नि, वशिष्‍ठ और विश्‍वामित्र.
 
हिंदू धर्म में परंपरागत रूप से गोत्र व्‍यवस्‍था ब्राह्मणीय प्रकृति और पितृसत्‍तात्‍मक परंपरा को मान्‍यता देती है. इस कारण किसी भी व्‍यक्ति के गोत्र का निर्धारण पिता के आधार पर होता है.
 
भगवान दत्‍तात्रेय
भगवान दत्‍तात्रेय हिंदू देवता हैं और त्रिमूर्ति ब्रह्मा, विष्‍णु और महेश का प्रतिनिधित्‍व करते हैं. दत्‍तात्रेय शब्‍द संस्‍कृत के दो शब्‍दों से मिलकर बनता है- 'दत्‍त' यानी देना और 'अत्रि'. अत्रि सप्‍तऋषियों में शुमार हैं और भगवान दत्‍तात्रेय के जैविक पिता माने जाते हैं. इस कारण भगवान दत्‍तात्रेय का गोत्र अत्रि हुआ. हिंदू धर्म की नाथ परंपरा में भगवान दत्‍तात्रेय को शिव का अवतार माना जाता है. भगवान दत्‍तात्रेय को सबसे बड़े और पुराने जूना अखाड़े के आचार्य का इष्‍टदेव माना जाता है.
 
कौल ब्राह्मण
संस्‍कृत में कौल शब्‍द की उत्‍पत्ति कुल से हुई है. कश्‍मीरी ब्राह्मण इसको अपने सरनेम के रूप में इस्‍तेमाल करते हैं. इनका संबंध शैव संप्रदाय से जोड़ा जाता है. पंडित जवाहरलाल नेहरू कौल ब्राह्मण थे. उनका सरनेम नेहरू इसलिए पड़ा क्‍योंकि उनका घर नहर किनारे था. इसलिए उनका परिवार नेहरू सरनेम से प्रसिद्ध हुआ. हिंदू वंशावली परंपरा में पिता के आधार पर पुत्र के गोत्र का निर्धारण होता है. इस लिहाज से देखें तो राहुल गांधी के दादा फिरोज गांधी पारसी थे. इस कारण उनका दत्‍तात्रेय गोत्र से जुड़ा दावा सही प्रतीत नहीं होता.

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