जेल जैसे हैं ज्योति स्कूल के नियम, कलेटर, सीएम और मंत्री के करीबी को ही स्कूल परिसर में इंट्री, पैरेंन्ट्स पर बैन

638 By 7newsindia.in Tue, Sep 12th 2017 / 09:32:54 कानून-अपराध     

रीवा। ज्योति हायर सेकण्डरी स्कूल में जेल जैसे सक्त नियम हैं। स्कूल में शिक्षा, दीक्षा के अलावा सारे कायदे, कानून चलते हैं। बच्चों के अभिभावकों को प्राचार्य से मिलने पर रोक है। सिर्फ कलेटर, सीएम और मंत्री के करीबी को ही स्कूल परिसर में इंट्री मिलती है। बच्चों के साथ स्कूल में होने वाले कृत्य की शिकायत तक प्राचार्य नहीं सुनते। ऐसे में गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल जैसी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता।

 

  • रेयान इंटरनेशनल स्कूल जैसी हो सकती है घटना  
  • तानाशाह प्रबंधन दांव पर लगा चुका है बच्चों का कॅरियर 

 

गत दिनों ज्योति हायर सेकण्डरी स्कूल में एक छात्रा के साथ प्राचार्य ने दुव्र्यवहार किया था। मामला थाना तक पहुंचा। इस घटना के बाद जब छात्रा की मां ने प्राचार्य से मुलाकात की तो उसे दुत्कार कर भगा दिया गया। इसके बाद जमकर हंगामा मच था। इस घटना ने ज्योति स्कूल मैनेजमेंट के काले चेहरे को उजागर किया। अब इसी बीच गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशन स्कूल में 7 साल के प्रद्युमन की हत्या ने रीवा के अभिभावकों को और डरा दिया है। अब ज्योति हायर सेकण्डरी स्कूल में प्रबंधन पर सवाल उठने लगे हैं। बच्चों को शिक्षा और दीक्षा के लिए जिस तरह से चार दीवारी के अंदर कैद करके रखा जाता है, इस व्यवस्था को लेकर भी अभिभावक डर गए है। ज्योति स्कूल स्टेटस सिंबल बना हुआ है। ऐसे में जेल जैसी व्यवस्था के बीच अभिभावक बच्चों को पढ़ाने के लिए मजबूर हैं। कई मर्तबा बच्चों के साथ मारपीट की घटनाएं होती हैं, लेकिन किसी ने विरोध दर्ज नहीं कराया। अब गुरुग्राम की घटना के बाद अभिभावकों का गुस्सा और बढने लगा है।

 

 कुछ ऐसी है तानाशाही  

 

  • प्राचार्य से सिर्फ वीआईपी मिल सकते हैं  
  • सिक्योरिटी गार्ड को सख्त निर्देश दिए गए हैं  
  • अभिभावको से प्राचार्य नहीं मिलते  
  • किसी तरह की समस्या नहीं सुनी जाती  
  • अभिभावको के साथ गेट-टू-गेदर नहीं होता  
  • अभिभावको से प्राचार्य दुर्व्यवहार तक कर देते हैं

 

 

सिक्योरिटी पर सवाल

ज्योति स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था और कर्मचारियों की

तैनाती को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं सुरक्षा के लिए

तैनात कर्मचारियों की पुलिस तक के पास जानकारी

नहीं है सूत्रों की माने तो सिक्योरिटी में तैनात गार्ड का

पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं हुआ है ऐसे में इस स्कूल

में पढ़ाने वाले बच्चो पर हर समय खतरा मंडरा रहा है।

 

 

 

नोटिस तैयार सदस्य के हस्ताक्षर का इंतजार

डीईओ की टीम ने किंडर गार्डन की जांच के लिए 5 सदस्य टीम बनाई थी टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण करने की कोशिश की लेकिन टीम को स्कूल के अंदर घुसने नहीं दिया गया था अब जिला शिक्षा अधिकारी की टीम ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नोटिस तैयार कर लिया है सिर्फ जांच कमेटी के एक सदस्य के हस्ताक्षर का इंतजार है मंगलवार को हस्ताक्षर के बाद नोटिस स्कूल प्रबंधन को जारी कर दी जाएगी। 

 

छात्रों का कैरीयर तक दाव पर लगा दिया था...

सूत्रों की माने तो ज्योति स्कूल में छात्रों का कैरीयर तक दाव पर लगा दिया था, वर्ष 2014-15 में बोर्ड और होम एग्जाम्स को लेकर अभिभावकों ने जमकर हंगामा मचाया था , दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के ऑप्शन फार्म में होम एग्जाम्स भर दिया गया था, इसकी भनक अभिभावको के साथ छात्रों तक को नहीं लगने दी गई थी, परीक्षा के 1 दिन पहले जब इस बात की जानकारी अभिभावकों को लगी तो जमकर हंगामा मचा दिया, हंगामा  मचते देख स्कूल प्रबंधन ने एक ही दिन में उलटफेर कर दिया था, सीबीएसई बोर्ड अजमेर से एक ही दिन में बच्चों के बोर्ड एग्जाम्स में प्रवेश पत्र मगा लिये थे, उस समय ज्योति स्कूल की पहुच और दबंगई देखकर सभी दंग थे। 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

नोटिस तैयार हैं एक सदस्य बाहर थे उनका हस्ताक्षर नहीं हुआ है मंगलवार को नोटिस जारी कर दी जाएगी 2 दिन का समय दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए दिया जायेगा  

 डॉक्टर पी एल मिश्रा, नोडल अधिकारी रमसा 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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