MP : पीईबी की एक गलती से 20 लाख लोगों के डाटा सार्वजनिक, प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों की मार्कशीट, आधार कार्ड, फोटो और हस्ताक्षर हैं साइट पर

726 By 7newsindia.in Sun, Sep 3rd 2017 / 08:12:02 प्रशासनिक     

भोपाल: प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) के 20 लाख आवेदकों के सभी डाटा लीक हो रहे हैं। कोई भी व्यक्ति इस साइट पर रजिस्ट्रेशन करवाकर न केवल डाटा देख सकता है, बल्कि इन्हें कॉपी भी कर सकता है। इसमें आवेदकों के आधार कार्ड, मार्कशीट, फोटो और हस्ताक्षर आदि की जानकारी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि पीईबी के इंजीनियर्स की गलती से यह डाटा लीक हो रहे हैं। सारे दस्तावेज का डाटाबेस तैयार करने के लिए इन्हें इंसिक्योर डायरेक्ट ऑब्जेक्ट रिफरेंस (आईडीओआर) में सेव कर दिया गया। इसे सीधे शब्दों में कहें तो ये दस्तावेज संख्या के आधार पर एक निश्चित गणना में सेव किए गए हैं। यह एक से लेकर 20 लाख तक हैं। यूजर को अपने आईडी से और पासवर्ड के जरिए केवल उसी के दस्तावेज दिखने चाहिए, किसी और के नहीं। अगर दिखते हैं तो इसके मायने यह हैं कि दूसरे की निजी जानकारी सार्वजनिक हो रही है। 

पीईबी की एक गलती से 20 लाख लोगों के डाटा सार्वजनिक 
प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों की मार्कशीट, आधार कार्ड, फोटो और हस्ताक्षर हैं साइट पर 
कोई भी यूजर देख सकता है किसी के भी दस्तावेज 

बचा जा सकता था: 

 

साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर यह दस्तावेज रैंडमली सेव किए गए होते या फिर फाइल नंबर देते समय कुछ अंग्रेजी के अक्षर का उपयोग किया गया होता तो इस भारी गलती से बचा जा सकता था। 


भर्ती प्रक्रिया के लिए सेव करते हैं डाटा 
डाटा मैनेज करने वाली एजेंसी सेव करने में कर रही गलती 
पीईबी मप्र में सभी तरह के प्रोफेशनल टेस्ट और नौकरियों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करती है। इसके लिए आवेदक को उसकी साइट में यूजर आईडी और पासवर्ड जेनरेट कर आधार, मार्कशीट और हस्ताक्षर जैसे दस्तावेज स्कैन करके स्टोर करने होते हैं। एक बार डाटा स्टोर होने पर हर परीक्षा के लिए बार-बार डाटा नहीं अपलोड करना है। अब तक 20 लाख यूजर रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
गड़बड़ी यह हो रही 
पीईबी की साइट का कोई यूजर अपनी आईडी के जरिए यूआरएल में आने वाले नंबर बदलकर सारे 20 लाख लोगों के आधार कार्ड, मार्कशीट और अन्य डाटा देख सकता है। 
कैसे हुई गलती 
पीईबी ने डाटा के तीन अलग-अलग फोल्डर तैयार किए। हर फोल्डर का यूआरएल बनाया। सारे आधार कार्ड 1 से लेकर 20 लाख तक की संख्या वाले फाइल नेम देकर सेव कर दिए। 
 

 
मुझे तो पता नहीं, अगर गलती है तो एजेंसी की होगी 
एकेएस भदोरिया, नियंत्रक परीक्षा, पीईबी 
डाटा लीक क्यों हो रहा है? 
Áनहीं। मुझे तो यह आपके माध्यम से पता चल रहा है। डाटा मैनेज करने वाली एजेंसी हमने आउटसोर्स कर रखी है। यह गलती उसकी होगी। 
लेकिन जिम्मेदारी तो पीईबी की है? 
Áहां। हम इससे इनकार नहीं कर रहे। एक यूजर को केवल उसके दस्तावेज ही दिखने चाहिए। 
इसका दुरुपयोग हो सकता है? 
-हां। यह एक गंभीर मामला है। हम इसके लिए जरूरी कदम उठाएंगे। 

 

 

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