किसानों की समृद्धि के लिये उन्नत पशुपालन जरूरी : पवैया

580 By 7newsindia.in Sun, Dec 31st 2017 / 20:41:19 खेल खबर     

राज्य स्तरीय किसान मेला एवं पशु प्रतियोगिता का समापन व पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित 
ग्वालियर । किसानों की समृद्धि के लिये उन्नत पशुपालन को बढ़ावा देने की जरूरत है। इस बात को ध्यान में रखकर केन्द्र व सरकार द्वारा कारगर कार्यक्रम बनाए गए हैं। यह बात उच्च शिक्षा एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री  जयभान सिंह पवैया ने ग्वालियर व्यापार मेला प्रािधकरण एवं पषु पालन विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय किसान मेला एवं पशु प्रतियोगिता के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कही। 

इस दौरान उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पशुओं के पालकों को विभाग की ओर से प्रदान किए जाने वाले पुरस्कारों के अलावा अपने मंत्री स्वेच्छानुदान से ढ़ाई-ढ़ाई हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा भी की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक भारत सिंह कुशवाह ने की। जबकि विधायक नारायण सिंह कुशवाह,  नगर निगम सभापति राकेश माहौर, प्रभारी आयुक्त  डी डी अग्रवाल एवं पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार विषिष्ट अतिथि थे। 
 
----- देषी गाय पालन तपस्या से कम नहीं
उच्च षिक्ष मंत्री पवैया ने कहा कि देषी गाय का पालन किसी तपस्या से कम नहीं है। जो पषु पालक आज देषी गाय का पालन कर रहे हैं वे देषी गौ नस्ल की रक्षा कर हिंदू धर्म की रक्षा भी कर रहे हैं।  गाय केवल पूज्यनीय ही नहीं, यह देश की समृद्धि का वाहक भी बन सकती है। इसलिये गौपालन को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने विशेषकर देशी गाय के पालन पर जोर दिया।
 श्री पवैया ने कहा कि गौवंश पर हो रहे तमाम शोधों में यह बात साबित हुई है कि गाय का केवल दूध ही नहीं उसके अन्य उत्पाद भी आय के साधन बन सकते हैं। मसलन गौमूत्र से दवायें और उसके गोबर से कम्पोस्ट, बिजली और रसोई गैस तैयार की जा सकती है। उन्होंने कहा देश की समृद्धि के लिये एक बार फिर से श्वेत क्रांति की जरूरत है। 
श्री पवैया ने पशु प्रतियोगिताओं में अगले साल से भैंस व गौवंश की अलग-अलग प्रतियोगितायें आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा देशी व संकर नस्ल के पशुओं के बीच पृथक-पृथक प्रतियोगितायें आयोजित की जाएँ। 
------आय को बढ़ाने में महत्वपूर्ण है पशुपालन 
प्रभारी संभाग आयुक्त श्री अग्रवाल ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों की आय दोगुनी करने में कृषि के अलावा पशु पालन की भी अहम भूमिका है। इस दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारगर परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा पिछले 27 दिसम्बर से जारी किसान मेला एवं पशु प्रतियोगिता में जिले के कृषकों ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। 
----- पशु  पालकों को किया पुरस्कृत 
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने पशु प्रतियोगिताओं में नर पशुओं में से सर्वोत्कृष्ट पशु को राजा और सर्वोत्कृष्ट मादा पशु को रानी के रूप में चयनित किया। साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण-पत्र प्रदान किए। 
-----राजा-रानी को मिला 11-11 हजार का नकद पुरस्कार 
पशु  प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ नर पशु (राजा) का पुरस्कार खुदरपुरा निवासी श्री सुल्तान सिंह कुशवाह को मुर्रा नस्ल के भैंसे अंगद को मिला। जबकि मादा पशु रानी का चयन सौरभ गौड़ की  भारतीय साहीवाल नस्ल की गाय बसंती का किया गया। राजा-रानी के मालिकों को नकद 11-11 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। 
इससे पूर्व पशुपालन विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. एस सी रायकवार व मेला सचिव शैलेन्द्र मिश्रा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उप संचालक पशुपालन डॉ. ओपी त्रिपाठी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आरएम स्वामी ने किया। कार्यक्रम में मेला प्राधिकरण के पूर्व संचालक डॉ. हरिमोहन पुरोहित भी मंचासीन थे। 
-------राज्य स्तरीय पशु  प्रतियोगिता के प्रथम श्रेणी विजेता 
गौवंषीय
नाम प्रतियोगिता पषु पालक  धनराषि
हरियाणा गाय  परीक्षित तिवारी, बिरला नगर 2000 गिर गाय  राकेष यादव, ग्वालियर,    2000
हरियाणा बैल  भोला यादव, जलालपुर    2000
साहीवाल गाय  सौरभ गौड़, पिंटोपार्क   2000
होलिस्टन ओसर परीक्षिति तिवारी, बिरला नगर  2000
देषी ओसर  केदार सिंह, रचना नगर   2000
होलिस्टन गाय  हृदेष पाल, नेहरू काॅलोनी     2000
जर्सी गाय  श्रीधर झा, कालपी ब्रिज    2000
एचएफ सांड  नोमी सिंह, चार षहर का नाका 2000
होलिस्टन संकर गाय- इंद्रवीर सिंह, षताब्दीपुरम 2000
भैंस वंषीय 
मुर्रा भैंस  दौलत सिंह गुर्जर, सिरोल    2000
स्थानीय भैंस- सचिन सिंह , दुल्लपुर   2000
मुर्रा ओसर- रामअख्तयार सिंह, दुल्लपुर 2000
भदावरी ओसर- राजेंद्र गुर्जर, मेला ग्राउंड 2000
स्थानीय भैंस - अवतार सिंह, दुल्लपुर  2000
स्थानीय पड़ा - अरविंद सिंह, मेहरा गांव  2000
भदावरी भैंस- विनोद षर्मा, गोला का मंदिर 2000
मुर्रा पड़ा - सुल्तान सिंह कुषवाह, खुदरपुरा 2000
बकरा-बकरी 
जमनापरी बकरी - गिरिराज बघेल,  बिजौली 1000
स्थानीय बकरी -  राजेंद्र पाल, बिजौली 1000
जमनापरी बकरा- नरेंद्र बघेल, लष्कर  1000
स्थानीय बकरा - ऋषि बहादुर, थाटीपुर     1000
बरबरी बकरी - विनोद पाल, दौलतगंज  1000
बरबरी बकरा - षाकिर खांन, लोको  1000
राजा-रानी (सर्वश्रेष्ठ पशु ) प्रत्येक को 11000 रुपए 
सर्वोत्तम नर मुर्रा सांड - सुल्तान सिंह कुषवाह
सर्वोत्तम मादा साहिवाल- सौरभ गौड़ 
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डाॅग षो के विजेता 
डाॅग का नाम मालिक  ब्रीड श्रेणी 
केन  रामबली  ग्रेटडेन  चैम्पियन 
जैरी   नित्या जादौन  संेंट बरनाड  सर्वश्रेष्ठ डाॅग 
लीवा  डाॅ. अवनीष रोट बायलर सर्वश्रेष्ठ डाॅगी 
डैनी  नवजोत  लेब्रा डोर  प्रथम 
टाइगर  वैभव बादल  रोट बायलर  प्रथम 
मैक्स  हिमांषु    साइबेरियन हस्की   प्रथम 
नोडी  अषोक जादौन  पामेलियन   प्रथम 
जूली  राजकुमार यादव  जर्मन षेफर्ड     प्रथम 
नोडी  कंचन त्रिवेदी  पग  प्रथम
सेंडी  कमल सोनी  गोल्डन रिट्रीवर  प्रथम 
लीजा   अदिती गुप्ता  बाकसर  प्रथम 
स्टेला  जैसमिन कौर   साईबेरियन हस्की प्रथम 
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डाॅग षो के निर्णायक 
बलजीत सिंह पूनिया, बीएसएफ टेकनपुर
पवन कुमार दास, वैज्ञानिक  डीआरडीओ 

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