कुलपतियों का सम्मेलन: 37 पेटेंट के मालिक डाॅ. नारायण गेहलोत ने बताई हकीकत, बोले- रिसर्च और इनोवेशन में भारतीय विश्वविद्यालयों का निवेश जीरो

569 By 7newsindia.in Wed, Dec 13th 2017 / 11:16:43     

भोपाल: भारत में धन के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है, लेकिन अमेरिका में सरस्वती को पूजा जाता है। अमेरिका सहित दुनिया के टॉप विश्वविद्यालयों को यह मालूम है कि रिसर्च और इनोवेशन से ही पैसा आएगा। इसीलिए वहां इस पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। जबकि भारतीय विश्वविद्यालयो में यह आंकड़ा 'जीरो' है। खासकर निजी विवि तो रिसर्च और इनोवेशन में निवेश ही नहीं करते हैं। 

यह कहना है अमेरिका की प्रतिष्ठित एटीएंडटी बैल कंपनी के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक और 37 पेटेंट के मालिक डाॅ. नारायण गेहलोत का। वे मंगलवार को राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित कुलपतियों के सम्मेलन में बोल रहे थे। 2022 तक भारतीय विश्वविद्यालयों को विश्वस्तर का बनाने के लिए आने वाली चुनौतियों और संभावनाओं पर मंथन के लिए मध्यक्षेत्र के सात राज्यों के 40 से ज्यादा विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का दो दिवसीय सम्मेलन मंगलवार से आरजीपीवी में शुरू हुआ। इस दौरान डॉ. गेहलोत ने कहा कि जिन कंपनियों ने रिसर्च और इनोवेशन पर ध्यान नहीं दिया, वो मार्केट से बाहर हो गई हैं। भारत की बड़ी कंपनियां भी रिसर्च अौर इनोवेशन पर पैसा खर्च नहीं करती हैं। यही स्थिति विश्वविद्यालयों की भी है। जबकि किसी भी देश के विश्वविद्यालय उनकी संपदा का स्त्रोत होते हैं।

डाॅ. गेहलोत ने रोजगार के लिए विदेशों में पलायन को गलत नहीं माना है। उनका कहना है कि किसी को भी जहां बेहतर अवसर मिलेंगे, वो वहां जाकर काम करेगा। 


भारतीय डॉक्टर काम बंद कर दें तो आधा अमेरिका बीमार हो जाएगा : सीएम 

मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अमेरिका के विकास में भारतीयों का महत्वपूर्ण योगदान है। यदि भारतीय डॉक्टर काम बंद कर दें तो आधा अमेरिका बीमार हो जाएगा। भारतीय प्रतिभाएं अवसर के अभाव में विदेशों में पलायन कर रही हैं। यह हमारी नीतियों की ही कमी है कि हम उनके लिए अवसर उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तकनीक का उपयोग आतंकवाद में हाे रहा है। इस पर भी सभी को मिलकर सोचने की जरूरत है। चौहान ने विश्वविद्यालयों के विकास और गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अधिक स्वायत्तता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय रहे हैं, जो विश्व में विख्यात थे। आज सोचना पड़ेगा कि भारत के विश्वविद्यालय दुनिया के 100 शीर्ष विश्वविद्यालयों में कैसे शामिल हों। उन्होंने इसके लिए समाज और सरकार दोनों को साथ-साथ प्रयास करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कार के बिना प्रतिभा का दुरुपयोग भी हो सकता है। 



पटवारी के लिए इंजीनियरिंग छात्रों के आवेदन चिंता का विषय 

पटवारीभर्ती परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में इंजीनियर छात्रों के आवेदन पर सीएम ने चिंता जताते हुए कहा कि इस व्यवस्था को बदलने की जरूरत है। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि ग्रामोदय का लक्ष्य लेकर शिक्षा व्यवस्था बनानी होगी। हमें सबको काम देने वाला देश बनना होगा। ऐसी व्यवस्था बनानी हाेगी कि गांव में रहकर ही छात्र पीएचडी कर सके। 

अमेरिका के विश्वविद्यालयों का बजट 22 हजार करोड़ तक : डॉ. कुमार 

आरजीपीवीके कुलपति डाॅ. सुनील कुमार ने कहा कि अमेरिका के विश्वविद्यालयों का बजट 22 हजार करोड़ तक होता है। इसमें रिसर्च और इनोवेशन पर 42 प्रतिशत तक का निवेश होता है। भारत में विवि बजट के लिए सरकारी फंड और फीस पर निर्भर हैं। अभा विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष प्रो. पीबी शर्मा ने फैकल्टीज की क्वालिटी पर भी ध्यान दिए जाने की बात कही। 

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