शिव पुलिस का ड़डा : थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करते हुए मध्यप्रदेश पुलिस ने पार की मानवता की सारी हदें, आरोपी के प्राइवेट पार्ट में डाल दिया डंडा....

699 By 7newsindia.in Fri, Sep 29th 2017 / 17:31:26 कानून-अपराध     

बरगवां टीआई लाइन अटैच, तीनों आरक्षक निलंबित, संदेही आरोपी का वाराणसी में चल रहा इलाज

रीवा/सिंगरौली। गांजा के संदेही आरोपी के साथ अमानवीय बर्ताव किए जाने के मामले में बरगवां टीआई राकेश साहू को बीती रात एसपी रूडोल्फ अल्वारेस ने लाइन अटैच कर दिया। घटना में शामिल तीनों आरक्षक निलंबित भी कर दिए गए हैं। विंध्यनगर थाने के टीआई आरपी सिंह को बरगवां थाने की कमान सौंप दी गई है। इधर, विंध्यनगर थाने का प्रभार संतोष कुमार तिवारी को सौंपा गया है।

मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस बर्बरता का शिकार हुआ संदेही आरोपी सुग्गाराम वैश्य का इलाज वाराणसी में चल रहा है। जहां उसकी हालत में सुधार की बात कही जा रही है। पुलिस प्रशासन ने पूरे मामले की जांच मोरवा एसडीओपी कृपाशंकर द्विवेदी को सौंप दी है।

यह था मामला

अब तक आपने गंगाजल फिल्म मेंं पुलिस को आरोपियों की आंखों में तेजाब डालकर अंधा करने की बात देखी होगी। लेकिन बरगवां थाने में इससे भी हैरान करने वाला घिनौना चेहरा सामने आया। जिसे सुनकर हर किसी का खून खौल उठता है। मानवता को शर्मसार करने वाली घटना को खुद एमपी पुलिस के जवानों ने की है।

पुलिस गांजा बेचने के संदेह पर थाने उठा ले आई

बताया जा रहा है कि डगा निवासी सुग्गाराम वैश्य (५०) पिता आत्माराम वैश्य को बरगवां पुलिस गांजा बेचने के संदेह पर थाने उठा ले आई। इसके बाद उससे पूछताछ की गई। मंगलवार की रात उसके साथ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। जब उसने मुंह से कुछ नहीं उगला तो टीआई राकेश साहू के कहने पर ३ आरक्षक क्षत्रपति सिंह, पवन वर्मा और रवि वर्मा ने उसके साथ मानवता की सारी हदें पार करते हुए उसके गुप्तांग में डंडा तक डाल दिया।

गंभीर अवस्था में डॉक्टरों ने वाराणसी रेफर 

पुलिस प्रताडऩा के बाद आरोपी की हालत गंभीर हो गई। उसके शरीर के कई हिस्सों से अत्यधिक रक्त बहने लगा। हालत खराब देख उसे नेहरू शताब्दी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद गंभीर अवस्था में डॉक्टरों ने वाराणसी रेफर कर दिया। जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस की मानें तो उसकी हालत बनी हुई है।

 आरक्षक निलंबित, टीआई पर मेहरबानी 

एसपी ने बरगवां थाने में पदस्थ आरक्षक क्षत्रपति सिंह, पवन वर्मा और रवि वर्मा को निलंबित कर दिये हैं। तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा ३४२,३२४ एवं ३२३ के तहत केस दर्ज किया गया है। इसी के साथ ही टीआई राकेश साहू को पुलिस प्रशासन बचाने में जुट गया है। उनके खिलाफ सिर्फ लाइन अटैच की कार्रवाई की गई है। 

 मोरवा एसडीओपी को मिली जांच

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एसपी ने इस पूरे मामले की जांच मोरवा एसडीओपी कृपाशंकर द्विवेदी को सौंप दी है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि आरोपी की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।

संतोष तिवारी को विंध्यनगर थाने की कमान 

इस घटना के बाद देर रात एसपी रूडोल्फ अल्वारेस ने संतोष तिवारी को विंंध्यनगर थाने की कमान सौंप दिया। इसी के साथ ही विंध्यनगर थाने के टीआई आरपी सिंह को बरगवां थाने की जिम्मेदारी दी गई है। यहां बतादें कि संतोष तिवारी पहले माड़ा थाने के टीआई रह चुके हैँ। उन्होंने माड़ा थाने में रहते हुए नक्सलियों पर लगाम लगाने में खास भूमिका निभा चुके हैं।

 

  आरोपी आरक्षकों के खिलाफ मामला पहले ही दर्ज कर लिया गया था। अब तीनों आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आरक्षकों के खिलाफ धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं। 

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      रूडोल्फ अल्वारेस,     

       पुलिस अधीक्षक

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गंभीर 

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